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वर्तमान आपात समय में होम लोन लेने का निश्चय करने से पहले की योजना | MakeMyMoney
By MakeMyMoney
October 11,2020

वर्तमान आपात समय में होम लोन लेने का निश्चय करने से पहले की योजना

ज कल  बैंक से क़र्ज़ लेना सस्ता हो गया है और विशेषतया होम लोन पर ब्याज की दर काफी कम हो गई है जिसकी वज़ह से  बड़ी संख्या में लोग इस ओर आकर्षित हो रहे हैं। स्वभावतः ऐसे समय में जो थोड़ा भी आर्थिक रूप से समर्थ है,उसको लग रहा की प्रॉपर्टीज के दाम भी निचले स्तर पर हैं और बैंक के क़र्ज़ की ब्याज दर भी काफी कम है तो ऐसे में प्रॉपर्टी खरीदना फ़ायदे का सौदा हो सकता है। ये स्वाभाविक है।

लेकिन ये भी उतना ही सच है की कोरोना महामारी के चलते सारी अर्थव्यवस्था और हम सब का जीवन बहुत ज़्यादा प्रभावित और अस्त व्यस्त  हो गया है। हर कदम पर एक नया जोखिम सामने खड़ा है। ऐसे में जब भी आप किसी बैंक से लोन लेने का निर्णय लें तो थोड़ा योजनाबद्ध तरीके से चलें और कुछ जरुरी तथ्यों का ध्यान रखें -

 

इनमे सबसे पहला है –

इस सर्वव्यापी महामारी के प्रभाव स्वरुप आपकी नौकरी या आपके व्यवसाय की स्थिरता कैसी  है.. ? ये सर्वविदित है कि इस मुश्किल समय में कितने ही लोगो कि नौकरियां चली गई हैं ,तनख्वाह कम हो गई हैं और बहुत सारे व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं,सुधार के लिए सरकार के द्वारा किये गए उपाय भी नाकाफ़ी हैं।कुल मिलाकर अनिश्चितता का माहौल है  जिसने आय को बहुत प्रभावित किया है। लोन लेने से पहले इस बात को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि आप आर्थिक रूप से सुरक्षित सेक्‍टर में हों, नौकरी और सैलरी पर आंच न आए, सैलरी में कटौती या छंटनी से बड़ी ईएमआई अदा कर पाना मुश्किल होगा|ईएमआई देने में डिफॉल्‍ट से क्रेडिट स्‍कोर पर असर पड़ सकता है, ऐसे में  होम लोन लेने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना जरूरी है कि आप ईएमआई दे पाएंगे कि नहीं|

 

दूसरा -

ब्रोकर या प्रॉपर्टी डीलर या विक्रेता को कुछ भी भुगतान करने से पहले लोन देने वाला बैंक निश्चित कर लें जिसकी नीति आपकी आय और प्रॉपर्टी के हिसाब से आपको लोन देने में सक्षम हो  क्योंकि किसी भी वज़ह से अगर समय पर  आपका लोन सेंशन नहीं होता है तो आप परेशानी में आ सकते हैं और आपकी मेहनत के पैसे ख़राब हो सकते हैं , इसके लिए आप चाहें तो थोड़ा समय लेके बैंको का  PNI (Property not identified) विकल्प चुन सकते हैं जिसमे वो आय के अनुसार आपका लोन सेंशन कर देते हैं, जहाँ प्रॉपर्टी लेने की योजना है उसके दस्तावेज़ की भी  बैंक से जाँच करा सकते हैं। घर खरीदने की उत्सुकता में किसी भी जल्दबाज़ी और लापरवाही से बचें। अपने क्रेडिट स्‍कोर, लोन की रकम, प्रोसेसिंग फीस और बैंक की ओर से वसूली जाने वाली अन्‍य तरह की फीस और प्रीपेमेंट क्‍लॉज के बारे में अच्‍छी तरह समझ लें. इससे आपको पता लग जाएगा कि आपको कितना लोन मिलेगा।

 

तीसरा -

निवेश या खुद के लिए घर - अगर आप खुद के रहने के  लिए घर खरीद रहे हैं तो  इसमें कोई संदेह नही कि ये उचित समय है क्योंकि ब्याज़ की दरें 6.7%*  तक पहुँच गई हैं और प्रॉपर्टी की कीमतें भी स्थिर हैं ,अगर आपके पास अग्रिम भुगतान और बैंक की ई ऍम आई के लिए पर्याप्त पैसे है।

लेकिन अगर आप किसी लक्ष्य से जोड़कर निवेश के लिए प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो इस अनिश्चित वातावरण में उचित निवेश लाभ समय पर मिलना मुश्किल होगा। एक तो प्रॉपर्टी की कीमतें रुकी हुई हैं और दूसरा सही समय पर कोई खरीददार खोजना भी बहुत मुश्किल होगा। हाँ अगर आप एक लम्बा इंतज़ार करने की स्थिति में हैं तो ऐसा किया जा सकता है लेकिन सामान्यतया वर्तमान स्थिति को देखते हुए ये उचित निर्णय नही होगा।

 

चौथा -

आर बी आई के निर्देशानुसार डाउनपेमेंट के लिए कम से कम २०%(बीस प्रतिशत ) आवेदक को ही भुगतान करना होता है जो आपके हाथ में होना ज़रूरी है क्योँकि बैंक प्रॉपर्टी की कीमत का ज़्यादा से ज़्यादा ८०% (अस्सी प्रतिशत) तक आपको लोन देता है और आपकी आय का ६० % (साठ प्रतिशत ) कुछ बैंक डाउनपेमेंट के लिए और अधिक रकम देने के लिए कह सकते हैं. इसमें रजिस्‍ट्रेशन चार्ज, प्रोसेसिंग फीस, स्‍टैंप ड्यूटी इत्‍यादि जैसे अन्‍य खर्चों को भी जोड़ लेना चाहिए|

 

पाँचवा-

किस प्रकार का लोन आपके लिए उपयुक्त है ,लंबी अवधि में रिपेमेंट के लिए सही प्रकार की ब्‍याज दरें चुनना बेहद महत्‍वपूर्ण है| फिक्स  रेट और फ्लोटिंग रेट सहित कई तरह की दरें होती हैं| कुछ बैंक इन दोनों के कॉम्बिनेशन को भी ऑफर करते हैं| फिक्स रेट में लोन की अवधि के दौरान ईएमआई फिक्‍स होती है,जब ऐसा लग रहा हो कि ब्‍याज दरें भविष्‍य में बढ़ेंगी तभी फिक्स  रेट पर लोन लेना चाहिए और छोटी अवधि के लोन ही इस पर लिए जाने चाहिएं। वहीं, फ्लोटिंग रेट बाजार की दर और आर बी आई के निर्देशानुसार निश्चित किये गए रेपो रेट  के अनुसार बदलते हैं,लंबी अवधि के लोन इस पर लिए जाने चाहिएं।

आज कल जो बाज़ार की स्थिति है उसको देखते हुए, ज़्यादातर लोग फ्लोटिंग या वेरिएबल रेट पर ही लोन लेना पसंद करते हैं और यही विशेषज्ञ भी सुझाव देते हैं जो प्रत्येक दृष्टि से उचित भी है।

 

छठा -

र्थिक आपदा के लिए हमेशा कुछ रक़म बचाकर रखें ,वैसे भी वर्तमान समय परेशानी वाला है। बड़ा लोन लेने से पहले सुनिश्चित कर लें कि आपने सभी फाइनेंशियल रिस्‍क को कवर कर लिया हो, मौजूदा अनिश्चितता के माहौल में किसी भी संकट से पार पाने के लिए  होम लोन लिंक्‍ड इंश्‍योरेंस अथवा किसी अनहोनी में पूरे होम लोन को कवर करने वाले टर्म इंश्‍योरेंस को लेना चाहिए।

 

सातवां -

लॉकडाउन में अगर आपने किसी लोन की ईएमआई या क्रेडिट कार्ड की पेमेंट पर डिफॉल्‍ट किया है तो कोई भी नया लोन लेने से पहले सावधान रहें  और अच्छी तरह सोच समझ कर ही निर्णय लें जिस से की भविष्य की किसी जरुरत के लिए आपकी क्रेडिट हिस्ट्री सुरक्षित रहे।

 

आठवां -

हुत अच्छा हो अगर लोन का सहआवेदक या आपका जीवन साथी भी काम करता हो ,अगर पत्‍नी कामकाजी हैं तो बेहतर होगा कि उन्‍हें प्राइमरी लोन एप्‍लीकेंट बनाया जाए,वजह यह है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को कम दरों पर लोन मिल जाता है।

 

 

हमारे  विचार से इन् कुछ बातों को ध्यान में रख कर अगर आप होम लोन का निर्णय करते हैं तो अवश्य आपके लिए शुभ होगा और MakeMyMoney.com  सदैव आपकी सहायता के लिए उपलब्ध है,आप लोन से सम्बंधित किसी भी उलझन के लिए यहाँ संपर्क करें आपको उचित विशेषज्ञ राय और सहायता अवश्य मिलेगी।

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